HDFC Bank Loan Rates : HDFC  ने कर्ज की ब्याज दर बढाई , और बढ़ेगी ईएमआईHDFC loan updates

HDFC Bank Loan Rates : HDFC  ने कर्ज की ब्याज दर बढाई , और बढ़ेगी ईएमआई

निजी क्षेत्र (  private sector) के सबसे बडे कर्जदारो मे से एक HDFC ने निधि आधारित उधार दर (  funds based lending rates-MCLR)0.5% से बढा दि गई है, इसीलिये घर कर्ज का ब्याजदर बढ गया है. इस्का परिणाम अभि के  कर्जदारों को जयादा EMI देणे के रूप मे होगा.तो नये कर्जधारकों कों ज्यादा ब्याजदर से गृह कर्ज मिलेगा.न्या कर्ज ब्याजदर 7 मार्च 2023 से लागू होणे वाला है.

इतना ब्याजदर होगा

HDFC ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (marginal cost of funds based lending rates-MCLR) मे 0.5% से बढोतरी की गई है.बँक के कहेने के मुताबिक रात का MCLR अब 8.65% किया गया है.एक महिने के लिये MCLR 8.65%है. तीन महिने के लिये 8.70% और छे महिने के लिये 8.80% किया गया है.वहीं, कई कंज्यूमर लोन के लिए एक साल का एमसीएलआर बढ़कर 8.95 फीसदी, दो साल का एमसीएलआर 9.05 फीसदी और तीन साल का एमसीएलआर बढ़कर 9.15 फीसदी हो गया है।

EMI बढोतरी

वास्तविक ब्याज दर के अतिरिक्त, बैंक मार्जिन भी लागू करते हैं। एमसीएलआर में बढ़ोतरी से कर्जदारों की ईएमआई में बढ़ोतरी हो सकती है। बैंक द्वारा लिया जाने वाला मार्जिन CIBIL स्कोर, रोजगार के प्रकार आदि सहित कई मापदंडों पर आधारित होता है। उधारकर्ताओं की वास्तविक ईएमआई बढोतरी बैंक के मार्जिन शुल्क और एमसीएलआर के अनुसार निर्धारित की जाएगी।

MCLR मतलब क्या

MCLR (मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट)यह मूल न्यूनतम दर है जिसके आधार पर बैंक ग्राहकों को ऋण प्रदान करते हैं।MCLR को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 2016 में विभिन्न प्रकार के ऋणों के लिए ब्याज दरों को तय करने के उद्देश्य से पेश किया गया था। यह उचित और खुली ब्याज दरों पर उधार देते समय बैंकों के उपयोग के लिए एक आंतरिक बेंचमार्क दर के रूप में कार्य करता है। MCLR में कोई भी बदलाव लोन की लागत यानी ब्याज दर को प्रभावित करता है, जो बदले में EMI को प्रभावित करता है।

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